दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रं
DAKARADI SREE DURGA SAHASRA NAMA
STOTRAM
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रं
DAKARADI SREE DURGA SAHASRA NAMA STOTRAM
श्रीगणेशाय नमः |
श्रीदेव्युवाच |
मम नामसहस्रं च शिवपूर्वविनिर्मितम् |
तत्पठ्यतां विधानेन तदा सर्वं भविष्यति || 1 ||
इत्युक्त्वा पार्वती देवी श्रावयामास तच्चतान् |
तदेव नाम साहस्रं दकारादि वरानने || 2 ||
रोगदारिद्र्य दौर्भाग्यशोकदुःखविनाशकम् |
सर्वासां पूजितं नाम श्रीदुर्गादेवता मता || 3 ||
निजबीजं भवेद् बीजं मन्त्रं कीलकमुच्यते |
सर्वाशापूरणे देवि विनियोगः प्रकीर्त्तितः || 4 ||
ॐ अस्य श्रीदकारादिदुर्गासहस्रनामस्तोत्रस्य |
शिव ऋषिः,
अनुष्टुप् छन्दः,
श्रीदुर्गादेवता,
दुं बीजं, दुं
कीलकं,
दुःखदारिद्र्यरोगशोकनिवृत्तिपूर्वकं
चतुर्वर्गफलप्राप्त्यर्थे पाठे विनियोगः |
ध्यानम्
ॐ विद्युद्दामसमप्रभां मृगपतिस्कन्धस्थितां
भीषणां
कन्याभिः करवालखेटविलसद्धस्ताभिरासेविताम् |
हस्तैश्चक्रगदासिखेटविशिखांश्चापं गुणं तर्जनीं
बिभ्राणामनलात्मिकां शशिधरां दुर्गां त्रिनेत्रां
भजे ||
दुं दुर्गा दुर्गतिहरा दुर्गाचलनिवासिनी |
दुर्गमार्गानुसञ्चारा दुर्गमार्गनिवासिनी || 1 ||
दुर्गमार्गप्रविष्टा च दुर्गमार्गप्रवेशिनी |
दुर्गमार्गकृतावासा दुर्गमार्गजयप्रिया || 2 ||
दुर्गमार्गगृहीतार्चा दुर्गमार्गस्थितात्मिका |
दुर्गमार्गस्तुतिपरा दुर्गमार्गस्मृतिपरा || 3 ||
द्रुगमार्गसदास्थाली दुर्गमार्गरतिप्रिया |
दुर्गमार्गस्थलस्थाना दुर्गमार्गविलासिनी || 4 ||
दुर्गमार्गत्यक्तवस्त्रा दुर्गमार्गप्रवर्तिनी |
दुर्गासुरनिहन्त्री न दुर्गासुरनिषूदिनी|| 5 ||
दुर्गासरहर दूती दुर्गासुरविनाशिनी |
दुर्गासुरवधॊन्मत्ता दुर्गासुरवधॊत्सुका || 6 ||
दुर्गासुरवधॊत्साहा दुर्गासुरवधॊद्यता |
दुर्गासुरवधप्रेप्सुर्दुगासुरमखान्तकृत् || 7 ||
दुर्गासुरध्वंसतॊषा दुर्गदानवदारिणी |
दुर्गविद्रावणकरी दुर्गविद्रावणी सदा || 8 ||
दुर्गविक्षॊभणकरी दुर्गशीर्षनिकृन्तिनी |
दुर्गविध्वंसनकरि दुर्गदैत्यनिकृन्तिनी || 9 ||
दुर्गदैत्यप्राणहरा दुर्गदैत्यान्तकारिणी |
दुर्गदैत्यहरत्रात्री दुर्गदैत्यासृगुन्मदा || 1ओ
||
दुर्गदैत्याशनकरी दुर्गचर्माम्बरावृता |
दुर्गयुद्धॊत्सवकरी दुर्गयुद्धविशारदा || 11 ||
दुर्गयुद्धासवरता दुर्गयुद्धविमर्दिनी |
दुर्गयुद्धहास्यरता दुर्गयुद्धाट्टहासिनी || 12 ||
दुर्गयुद्धमहामत्ता दुर्गयुद्धानुसारिणी |
दुर्गयुद्धॊत्सवॊत्साहा दुर्गदेशनिषेविणी || 13 ||
दुर्गदेशवासरता दुर्गदेशविलासिनी |
दुर्गदेशार्चनरता दुर्गदेशजनप्रिया || 14 ||
दुर्गमस्थानसंस्थाना दुर्गमध्यानुसाधना |
दुर्गमा दुर्गमध्याना दुर्गमात्मस्वरूपिणी || 15 ||
दुर्गमागमसन्धाना दुर्गमागमसंस्तुता |
दुर्गमागमदुर्ज्ञेया दुर्गमश्रुतिसम्मता || 16 ||
दुर्गमश्रुतिमान्या च दुर्गमश्रुतिपूजिता |
दुर्गमश्रुतिसुप्रीता दुर्गमश्रुतिहर्षदा || 17 ||
दुर्गमश्रुतिसंस्थाना दुर्गमश्रुतिमानिता |
दुर्गमाचारसन्तुष्टा दुर्गमाचारतॊषिता || 18 ||
दुर्गमाचारनिर्वृत्ता दुर्गमाचारपूजिता |
दुर्गमाचारकलिता दुर्गमस्थानदायिनी || 19 ||
दुर्गमप्रेमनिरता दुर्गमद्रविणप्रदा |
दुर्गमाम्बुजमध्यस्था दुर्गमाम्बुजवासिनी || 2ओ
||
दुर्गनाडीमार्गगतिर्दुर्गनाडीप्रचारिणी |
दुर्गनाडीपद्मरता दुर्गनाड्यम्बुजास्थिता || 21 ||
दुर्गनाडीगतायाता दुर्गनाडीकृतास्पदा |
दुर्गनाडीरतरता दुर्गनाडीशसंस्तुता || 22 ||
दुर्गनाडीश्वररता दुर्गनाडीशचुम्बिता |
दुर्गनाडीशक्रॊडस्था दुर्गनाड्युत्थितॊत्सुका || 23 ||
दुर्गनाड्यारॊहणा च दुर्गनाडीनिषेविता |
दरिस्थाना दरिस्थानवासिनी दनुजान्तकृत् || 24 ||
दरीकृततपस्या च दरीकृतहरार्चना |
दरीजापितदिष्टा च दरीकृतरतिक्रिया || 25 ||
दरीकृतहरार्हा च दरीक्रीडितपुत्रिका |
दरीसन्दर्शनरता दरीरॊपितवृश्चिका || 26 ||
दरीगुप्तिकौतुकाढ्या दरीभ्रमणतत्परा |
दनुजान्तकरी दीना दनुसन्तानदारिणी || 27 ||
दनुजध्वंसिनी दूना दनुजेन्द्रविनाशिनी |
दानवध्वंसिनी देवी दानवानां भयङ्करी || 28 ||
दानवी दानवाराध्या दानवेन्द्रवरप्रदा |
दानवेन्द्रनिहन्त्री च दानवद्वेषिणी सती || 29 ||
दानवारिप्रेमरता दानवारिप्रपूजिता |
दानवरिकृतार्चा च दानवारिविभूतिदा || 3ओ
||
दानवारिमहानन्दा दानवारिरतिप्रिया |
दानवारिदानरता दानवारिकृतास्पदा || 31 ||
दानवारिस्तुतिरता दानवारिस्मृतिप्रिया |
दानवार्याहाररता दानवारिप्रबॊधिनी || 32 ||
दानवारिधृतप्रेमा दुःखशॊकविमॊचिनी |
दुःखहन्त्री दुःखदत्री दुःखनिर्मूलकारिणी || 33 ||
दुःखनिर्मूलनकरी दुःखदार्यरिनाशिनी |
दुःखहरा दुःखनाशा दुःखग्रामा दुरासदा || 34 ||
दुःखहीना दुःखधारा द्रविणाचारदायिनी |
द्रविणॊत्सर्गसन्तुष्टा द्रविणत्यागतॊषिका || 35 ||
द्रविणस्पर्शसन्तुष्टा द्रविणस्पर्शमानदा |
द्रविणस्पर्शहर्षाढ्या द्रविणस्पर्शतुष्टिदा || 36 ||
द्रविणस्पर्शनकरी द्रविणस्पर्शनातुरा |
द्रविणस्पर्शनॊत्साहा द्रविणस्पर्शसाधिका || 37 ||
द्रविणस्पर्शनमता द्रविणस्पर्शपुत्रिका |
द्रविणस्पर्शरक्षिणी द्रविणस्तॊमदायिनी || 38 ||
द्रविणकर्षणकरी द्रविणौघविसर्जिनी |
द्रविणाचलदानाढ्या द्रविणाचलवासिनी || 39 ||
दीनमाता दिनबन्धुर्दीनविघ्नविनाशिनी |
दीनसेव्या दीनसिद्धा दीनसाध्या दिगम्बरी || 4ओ
||
दीनगेहकृतानन्दा दीनगेहविलासिनी |
दीनभावप्रेमरता दीनभावविनॊदिनी || 41 ||
दीनमानवचेतःस्था दीनमानवहर्षदा |
दीनदैन्यविघातेच्छुर्दीनद्रविणदायिनी || 42 ||
दीनसाधनसन्तुष्टा दीनदर्शनदायिनी |
दीनपुत्रादिदात्री च दीनसम्पद्विधायिनी || 43 ||
दत्तात्रेयध्यानरता दत्तात्रेयप्रपूजिता |
दत्तात्रेयर्षिसंसिद्धा दत्तात्रेयविभाविता || 44 ||
दत्तात्रेयकृतार्हा च दत्तात्रेयप्रसाधिता |
दत्तात्रेयस्तुता चैव दत्तात्रेयनुता सदा || 46 ||
दत्तात्रेयप्रेमरता दत्तात्रेयानुमानिता |
दत्तात्रेयसमुद्गीता दत्तात्रेयकुटुम्बिनी || 46 ||
दत्तात्रेयप्राणतुल्या दत्तात्रेयशरीरिणी |
दत्तात्रेयकृतानन्दा दत्तात्रेयांशसम्भवा || 47 ||
दत्तात्रेयविभूतिस्था दत्तात्रेयानुसारिणी |
दत्तात्रेयगीतिरता दत्तात्रेयधनप्रदा || 48 ||
दत्तात्रेयदुःखहरा दत्तात्रेयवरप्रदा |
दत्तात्रेयज्ञानदानी दत्तात्रेयभयापहा || 49 ||
देवकन्या देवमान्या देवदुःखविनाशिनी |
देवसिद्धा देवपूज्या देवेज्या देववन्दिता || 50 ||
देवमान्या देवधन्या देवविघ्नविनाशिनी |
देवरम्या देवरता देवकौतुकतत्परा || 51 ||
देवक्रीडा देवव्रीडा देववैरिविनाशिनी |
देवकामा देवरामा देवद्विष्टविनशिनी || 52 ||
देवदेवप्रिया देवी देवदानववन्दिता |
देवदेवरतानन्दा देवदेववरॊत्सुका || 53 ||
देवदेवप्रेमरता देवदेवप्रियंवदा |
देवदेवप्राणतुल्या देवदेवनितम्बिनी || 54 ||
देवदेवरतमना देवदेवसुखावहा |
देवदेवक्रॊडरत देवदेवसुखप्रदा || 55 ||
देवदेवमहानन्दा देवदेवप्रचुम्बिता |
देवदेवॊपभुक्ता च देवदेवानुसेविता || 56 ||
देवदेवगतप्राणा देवदेवगतात्मिका |
देवदेवहर्षदात्री देवदेवसुखप्रदा || 58 ||
देवदेवमहानन्दा देवदेवविलासिनी |
देवदेवधर्मपत्नी देवदेवमनॊगता || 59 ||
देवदेववधूर्देवी देवदेवार्चनप्रिया |
देवदेवाङ्गसुखिनी देवदेवाङ्गवासिनी || 6ओ
||
देवदेवाङ्गभूषा च देवदेवाङ्गभूषणा |
देवदेवप्रियकरी देवदेवाप्रियान्तकृत् || 61 ||
देवदेवप्रियप्राणा देवदेवप्रियात्मिका |
देवदेवार्चकप्राणा देवदेवार्चकप्रिया || 62 ||
देवदेवार्चकॊत्साहा देवदेवार्चकाश्रया |
देवदेवार्चकाविघ्ना देवदेवप्रसूरपि || 63 ||
देवदेवस्य जननी देवदेवविधायिनी |
देवदेवस्य रमणी देवदेवह्रदाश्रया || 64 ||
देवदेवेष्टदेवी च देवतापसपालिनी |
देवताभावसन्तुष्टा देवताभावतॊषिता || 65 ||
देवताभाववरदा देवताभावसिद्धिदा |
देवताभावसंसिद्धा देवताभावसम्भवा || 66 ||
देवताभावसुखिनी देवताभाववन्दिता |
देवताभावसुप्रीता देवताभावहर्षदा || 67 ||
देवतविघ्नहन्त्री च देवताद्विष्टनाशिनी |
देवतापूजितपदा देवताप्रेमतॊषिता || 68 ||
देवतागारनिलया देवतासौख्यदायिनी |
देवतानिजभावा च देवताह्रतमानसा || 69 ||
देवताकृतपादार्चा देवताह्रतभक्तिका |
देवतागर्वमध्यस्ता देवतादेवतातनुः || 7ओ
||
दुं दुर्गायै नमॊ नाम्नी दुं फण्मन्त्रस्वरूपिणी
|
दूं नमॊ मन्त्ररूपा च दूं नमॊ मूर्तिकात्मिका || 71 ||
दूरदर्शिप्रियादुष्टा दुष्टभूतनिषेविता |
दूरदर्शिप्रेमरता दूरदर्शिप्रियंवदा || 72 ||
दूरदर्शैसिद्धिदात्री दूरदर्शिप्रतॊषिता |
दूरदर्शिकण्ठसंस्था दूरदर्शिप्रहर्षिता || 73 ||
दूरदर्शिगृहीतार्चा दुरदर्हिप्रतर्षिता |
दूरदर्शिप्राणतुल्या दुरदर्शिसुखप्रदा || 74 ||
दुरदर्शिभ्रान्तिहरा दूरदर्शिह्रदास्पदा |
दूरदर्श्यरिविद्भावा दीर्घदर्शिप्रमॊदिनी || 75 ||
दीर्घदर्शिप्राणतुल्या दुरदर्शिवरप्रदा |
दीर्घदर्शिहर्षदात्री दीर्घदर्शिप्रहर्षिता || 76 ||
दीर्घदर्शिमहानन्दा दीर्घदर्शिगृहालया |
दीर्घदर्शिगृहीतार्चा दीर्घदर्शिह्रतार्हणा || 77 ||
दया दानवती दात्री दयालुर्दीनवत्सला |
दयार्द्रा च दयाशीला दयाढ्या च दयात्मिका || 78 ||
दयाम्बुधिर्दयासारा दयासागरपारगा |
दयासिन्धुर्दयाभारा दयावत्करुणाकरी || 79 ||
दयावद्वत्सला देवी दया दानरता सदा |
दयावद्भक्तिसुखिनी दयावत्परितॊषिता || 8ओ
||
दयावत्स्नेहनिरता दयावत्प्रतिपादिका|
दयावत्प्राणकर्त्री च दयावन्मुक्तिदायिनी || 81 ||
दयावद्भावसन्तुष्टा दयावत्परितॊषिता |
दयावत्तारणपरा दयावत्सिद्धिदायिनी || 82 ||
दयावत्पुत्रवद्भावा दयावत्पुत्ररूपिणी |
दयावदेहनिलया दयाबन्धुर्दयाश्रया || 83 ||
दयालुवात्सल्यकरी दयालुसिद्धिदायिनी |
दयालुशरणाशक्ता दयालुदेहमन्दिरा || 84 ||
दयालुभक्तिभावस्था दयालुप्राणरूपिणी |
दयालुसुखदा दम्भा दयालुप्रेमवर्षिणी || 85 ||
दयालुवशगा दीर्घा दिर्घाङ्गी दीर्घलॊचना |
दीर्घनेत्रा दीर्घचक्षुर्दीर्घबाहुलतात्मिका || 86 ||
दीर्घकेशी दीर्घमुखी दीर्घघॊणा च दारुणा |
दारुणासुरहन्त्री च दारूणासुरदारिणी || 87 ||
दारुणाहवकर्त्री च दारुणाहवहर्षिता |
दारुणाहवहॊमाढ्या दारुणाचलनाशिनी || 88 ||
दारुणाचारनिरता दारुणॊत्सवहर्षिता |
दारुणॊद्यतरूपा च दारुणारिनिवारिणी || 89 ||
दारुणेक्षणसंयुक्ता दॊश्चतुष्कविराजिता |
दशदॊष्का दशभुजा दशबाहुविराजिता || 9ओ
||
दशास्त्रधारिणी देवी दशदिक्ख्यातविक्रमा |
दशरथार्चितपदा दाशरथिप्रिया सदा || 91 ||
दाशरथिप्रेमतुष्टा दाशरथिरतिप्रिया |
दाशरथिप्रियकरी दाशरथिप्रियंवदा || 92 ||
दाशरथीष्टसन्दात्री दाशरथीष्टदेवता |
दाशरथिद्वेषिनाशा दाशरथ्यानुकूल्यदा || 93 ||
दाशरथिप्रियतमा दाशरथिप्रपूजिता |
दशाननारिसम्पूज्या दशाननारिदेवता || 94 ||
दशाननारिप्रमदा दशाननारिजन्मभूः |
दशाननारिरतिदा दशाननारिसेविता || 95 ||
दशाननारिसुखदा दशाननारिवैरिह्रत् |
दशाननारिष्टदेवी दशग्रीवारिवन्दिता || 96 ||
दशग्रीवारिजननी दशग्रीवारिभाविनी
दशग्रीवारिसहिता दशग्रीवसभाजिता || 97 ||
दशग्रीवारिरमणी दशग्रीववधूरपि |
दशग्रीवनाशकर्त्री दशग्रीववरप्रदा || 98 ||
दशग्रीवपुरस्था च दशग्रीववधॊत्सुका |
दशग्रीवप्रीतिदात्री दशग्रीवविनाशिनी || 99 ||
दशग्रीवाहवकरी दशग्रीवानपायिनी |
दशग्रीवप्रिया वन्द्या दशग्रीवह्रता तथा || 1ओओ
||
दशग्रीवाहितकरी दशग्रीवेश्वरप्रिया |
दशग्रीवेश्वरप्राणा दशग्रीववरप्रदा || 1ओ1 ||
दशग्रीवेश्वररता दशवर्षीयकन्यका |
दशवर्षीयबाला च दशवर्षीयवासिनी || 1ओ2 ||
दशपापहरा दम्या दशहस्तविभूषिता |
दशशस्त्रलसद्दॊष्का दशदिक्पालवन्दिता || 1ओ3 ||
दशावताररूपा च दशावताररूपिणी |
दशविद्याभिन्नदेवी दशप्राणस्वरूपिणी || 1ओ4 ||
दशविद्यास्वरूपा च दशविद्यामयी तथा |
दृक्स्वरूपा दृक्प्रदात्री दृग्रूपा
दृक्प्रकाशिनी || 1ओ5
||
दिगन्तरा दिगन्तःस्था दिगम्बरविलासिनी |
दिगम्बरसमाजस्था दिगम्बरप्रपूजिता || 1ओ6 ||
दिगम्बरसहचरी दिगम्बरकृतास्पदा |
दिगम्बरह्रताचित्ता दिगम्बरकथाप्रिया || 1ओ7 ||
दिगम्बरगुणरता दिगम्बरस्वरूपिणी |
दिगम्बरशिरॊधार्या दिगम्बरह्रताश्रया || 1ओ8 ||
दिगम्बरप्रेमरता दिगम्बररतातुरा |
दिगम्बरीस्वरूपा च दिगम्बरीगणार्चिता || 1ओ9 ||
दिगम्बरीगणप्राणा दिगम्बरीगणप्रिया |
दिगम्बरीगणाराध्या दिगम्बरगणेश्वरा || 11ओ
||
दिगम्बरगणस्पर्शमदिरापानविह्वला |
दिगम्बरीकॊटिवृता दिगम्बरीगणावृता || 111 ||
दुरन्ता दुष्कृतिहरा दुर्ध्येया दुरतिक्रमा |
दुरन्तदानवद्वेष्ट्री दुरन्तदनुजान्तकृत् || 112 ||
दुरन्तपापहन्त्री च दस्त्रनिस्तारकारिणी |
दस्त्रमानससंस्थाना दस्त्रज्ञानविवर्धिनी || 113 ||
दस्त्रसम्भॊगजननी दस्त्रसम्भॊगदायिनी |
दस्त्रसम्भॊगभवना दस्त्रविद्याविधायिनी|| 114 ||
दस्त्रॊद्वेगहरा दस्त्रजननी दस्त्रसुन्दरी |
द्स्त्रभक्तिविधाज्ञाना दस्त्रद्विष्टविनाशिनी || 115 ||
दस्त्रापकारदमनी दस्त्रसिद्धिविधायिनी |
दस्त्रताराराधिका च दस्त्रमातृप्रपूजिता || 116 ||
दस्त्रदैन्यहरा चैव दस्त्रतातनिषेविता |
दस्त्रपितृशतज्यॊतिर्दस्त्रकौशलदायिनी || 117 ||
दशशीर्षारिसहिता दशशीर्षारिकामिनी |
दशशीर्षपुरी देवी दशशीर्षसभाजिता || 118 ||
दशशीर्षारिसुप्रीता दशशीर्षवधुप्रिया |
दशशीर्षशिरश्छेत्री दशशीर्षनितम्बिनी || 119 ||
दशशीर्षहरप्राणा दशशिर्षहरात्मिका |
दशशिर्षहराराध्या दशशीर्षारिवन्दिता || 12ओ
||
दशशीर्षारिसुखदा दशशीर्षकपालिनी |
दशशीर्षज्ञानदात्री दशशीर्षारिगेहिनी || 121 ||
दशशीर्षवधॊपात्तश्रीरामचन्द्ररूपता |
दशशीर्षराष्ट्रदेवी दशशीर्षारिसारिणी || 122 ||
दशशीर्षभ्रातृतुष्टा दशशीर्षवधूप्रिया |
दशशीर्षवधूप्राणा दशशीर्षवधूरता || 123 ||
दैत्यगुरुरता साध्वी दैत्यगुरुप्रपूजिता |
दैत्यगुरूपदेष्ट्री च दैत्यगुरुनिषेविता || 124 ||
दैत्यगुरुमतप्राणा दैत्यगुरुतापनाशिनी |
दुरन्तदुःखशमनी दुरन्तदमनी तमी || 125 ||
दुरन्तशॊकशमनी दुरन्तरॊगनाशिनी |
दुरन्तवैरिदमनी दुरन्तदैत्यनाशिनी || 126 ||
दुरन्तकलुषघ्नी च दुष्कृतिस्तॊमनाशिनी |
दुराशया दुराधारा दुर्जया दुष्टकामिनी || 127 ||
दर्शनीया च दृश्या चाऽदृश्या च दृष्टिगॊचरा |
दूतीयागप्रिया दुती दूतीयागकरप्रिया || 128 ||
दुतीयागकरानन्दा दूतीयागसुखप्रदा |
दूतीयागकरायाता दुतीयागप्रमॊदिनी || 129 ||
दुर्वासःपूजिता चैव दुर्वासॊमुनिभाविता |
दुर्वासॊऽर्चितपादा च दुर्वासॊमौनभाविता || 13ओ
||
दुर्वासॊमुनिवन्द्या च दुर्वासॊमुनिदेवता |
दुर्वासॊमुनिमाता च दुर्वासॊमुनिसिद्धिदा || 131 ||
दुर्वासॊमुनिभावस्था दुर्वासॊमुनिसेविता |
दुर्वासॊमुनिचित्तस्था दुर्वासॊमुनिमण्डिता || 132 ||
दुर्वासॊमुनिसञ्चारा दुर्वासॊह्रदयङ्गमा |
दुर्वासॊह्रदयाराध्या दुर्वासॊह्रत्सरॊजगा || 133 ||
दुर्वासस्तापसाराध्या दुर्वासस्तापसाश्रया |
दुर्वासस्तापसरता दुर्वासस्तापसेश्वरी || 134 ||
दुर्वासॊमुनिकन्या च दुर्वासॊऽद्भुतसिद्धिदा |
दररात्री दरहरा दरयुक्ता दरापहा || 135 ||
दरघ्नी दरहन्त्री च दरयुक्ता दराश्रया |
दरस्मेरा दरपाङ्गी दयादात्री दयाश्रया || 136 ||
दस्त्रपूज्या दस्त्रमाता दस्त्रदेवी दरॊन्मदा |
दस्त्रसिद्धा दस्त्रसंस्था दस्त्रतापविमॊचिनी || 137 ||
दस्त्रक्षॊभहरा नित्या दस्त्रलॊकगतात्मिका |
दैत्यगुर्वङ्गनावन्द्या दैत्यगुर्वङ्गनाप्रिया || 138 ||
दैत्यगुर्वङ्गनावन्द्या दैत्यगुर्वङ्गनॊत्सुका |
दैत्यगुरुप्रियतमा देवगुरुनिषेविता || 139 ||
देवगुरुप्रसूरूपा देवगुरुकृतार्हणा |
देवगुरुप्रेमयुता देवगुर्वनुमानिता || 14ओ
||
देवगुरुप्रभावज्ञा देवगुरुसुखप्रदा |
देवगुरुज्ञानदात्री देवगुरूप्रमॊदिनी || 141 ||
दैत्यस्त्रीगणसम्पूज्या दैत्यस्त्रीगणपूजिता |
दैत्यस्त्रीगणरूपा च दैत्यस्त्रीचित्तहारिणी || 142 ||
देवस्त्रीगणपूज्या च देवस्त्रीगणवन्दिता |
देवस्त्रीगणचित्तस्था देवस्त्रीगणभूषिता || 143 ||
देवस्त्रीगणसंसिद्धा देवस्त्रीगणतॊषिता |
देवस्त्रीगणहस्तस्थचारुचामरवीजिता || 144 ||
देवस्त्रीगणहस्तस्थचारुगन्धविलेपिता |
देवाङ्गनाधृतादर्शदृष्ट्यर्थमुखचन्द्रमा || 145 ||
देवाङ्गनॊत्सृष्टनागवल्लीदलकृतॊत्सुका |
देवस्त्रीगणहस्तस्थदिपमालाविलॊकना || 146 ||
देवस्त्रीगणहस्तस्थधूपघ्राणविनॊदिनी |
देवनारीकरगतवासकासवपायिनी || 147 ||
देवनारीकङ्कतिकाकृतकेशनिमार्जना |
देवनारीसेव्यगात्रा देवनारीकृतॊत्सुका || 148 ||
देवनारिविरचितपुष्पमालाविराजिता |
देवनारीविचित्रङ्गी देवस्त्रीदत्तभॊजना |
देवस्त्रीगणगीता च देवस्त्रीगीतसॊत्सुका |
देवस्त्रीनृत्यसुखिनी देवस्त्रीनृत्यदर्शिनी || 15ओ
||
देवस्त्रीयॊजितलसद्रत्नपादपदाम्बुजा |
देवस्त्रीगणविस्तीर्णचारुतल्पनिषेदुषी || 151 ||
देवनारीचारुकराकलिताङ्घ्र्यादिदेहिका |
देवनारीकरव्यग्रतालवृन्दमरुत्सुका || 152 ||
देवनारीवेणुवीणानादसॊत्कण्ठमानसा |
देवकॊटिस्तुतिनुता देवकॊटिकृतार्हणा || 153 ||
देवकॊटिगीतगुणा देवकॊटिकृतस्तुतिः |
दन्तदष्ट्यॊद्वेगफला देवकॊलाहलाकुला || 154 ||
द्वेषरागपरित्यक्ता द्वेषरागविवर्जिता |
दामपूज्या दामभूषा दामॊदरविलासिनी || 155 ||
दामॊदरप्रेमरता दामॊदरभगिन्यपि |
दामॊदरप्रसूर्दामॊदरपत्नीपतिव्रता || 156 ||
दामॊदराऽभिन्नदेहा दामॊदररतिप्रिया |
दामॊदराऽभिन्नतनुर्दामॊदरकृतास्पदा || 157 ||
दामॊदरकृतप्राणा दामॊदरगतात्मिका |
दामॊदरकौतुकाढ्या दामॊदरकलाकला || 158 ||
दामॊदरालिङ्गिताङ्गी दामॊदरकुतुहला |
दामॊदरकृताह्लादा दामॊदरसुचुम्बिता || 159 ||
दामॊदरसुताकृष्टा दामॊदरसुखप्रदा |
दामॊदरसहाढ्या च दामॊदरसहायिनी || 16ओ
||
दामॊदरगुणज्ञा च दामॊदरवरप्रदा |
दामॊदरानुकूला च दामॊदरनितम्बिनी || 161 ||
दामॊदरबलक्रीडाकुशला दर्शनप्रिया |
दामॊदरजलक्रीडात्यक्तस्वजनसौह्रदा || 162 ||
दमॊदरलसद्रासकेलिकौतुकिनी तथा |
दामॊदरभ्रातृका च दामॊदरपरायणा || 163 ||
दामॊदरधरा दामॊदरवैरविनाशिनी |
दामॊदरॊपजाया च दामॊदरनिमन्त्रिता || 164 ||
दामॊदरपराभूता दामॊदरपराजिता |
दामॊदरसमाक्रान्ता दामॊदरहताशुभा || 165 ||
दामॊदरॊत्सवरता दामॊदरॊत्सवावहा |
दामॊदरस्तन्यदात्री दामॊदरगवेषिता || 166 ||
दमयन्तीसिद्धिदात्री दमयन्तीप्रसाधिता |
दयमन्तीष्टदेवी च दमयन्तीस्वरूपिणी || 167 ||
दमयन्तीकृतार्चा च दमनर्षिविभाविता |
दमनर्षिप्राणतुल्या दमनर्षिस्वरूपिणी || 168 ||
दमनर्षिस्वरूपा च दम्भपूरितविग्रहा |
दम्भहन्त्री दम्भधात्री दम्भलॊकविमॊहिनी || 169 ||
दम्भशीला दम्भहरा दम्भवत्परिमर्दिनी |
दम्भरूपा दम्भकरी दम्भसन्तानदारिणी || 17ओ
||
दत्तमॊक्षा दत्तधना दत्तारॊग्या च दाम्भिका |
दत्तपुत्रा दत्तदारा दत्तहारा च दारिका || 171 ||
दत्तभॊगा दत्तशॊका दत्तहस्त्यादिवाहना |
दत्तमतिर्दत्तभार्या दत्तशास्त्रावबॊधिका || 172 ||
दत्तपाना दत्तदाना दत्तदारिद्र्यनाशिनी |
दत्तसौधावनीवासा दत्तस्वर्गा च दासदा || 173 ||
दास्यतुष्ट दास्यहरा दासदासीशतप्रदा |
दाररूपा दारवास दारवासिह्रदास्पदा || 174 ||
दारवासिजनाराध्या दारवासिजनप्रिया |
दारवासिविनिर्नीता दारवासिसमर्चिता || 175 ||
दारवास्याह्रतप्राणा दारवास्यरिनाशिनी |
दारवासिविघ्नहरा दारवासिविमुक्तिदा || 176 ||
दाराग्निरूपिणी दारा दारकार्यरिनाशिनी |
दम्पती दम्पतीष्टा च दम्पतीप्राणरूपिका || 177 ||
दम्पतीस्नेहनिरता दाम्पत्यसाधनप्रिया |
दाम्पत्यसुखसेना च दाम्पत्यसुखदायिनी || 178 ||
दम्पत्याचारनिरता दम्पत्यामॊदमॊदिता |
दम्पत्यामॊदसुखिनी दाम्पत्याह्लदकारिणी || 179 ||
दम्पतीष्टपादपद्मा दाम्पत्यप्रेमरूपिणी |
दाम्पत्यभॊगभवना दाडिमीफलभॊजिनी || 18ओ
||
दाडिमीफलसन्तुष्टा दाडिमीफलमानसा |
दाडिमीवृक्षसंस्थाना दाडिमीवृक्षवासिनी || 181 ||
दाडिमीवृक्षरूपा च दाडिमीवनवासिनी |
दाडिमीफलसाम्यॊरुपयॊधरसमन्विता || 182 ||
दक्षिणा दक्षिणारूपा दक्षिणारूपधारिणी |
दक्षकन्या दक्षपुत्री दक्षमाता च दक्षसूः || 183 ||
दक्षगॊत्रा दक्षसुता दक्षयज्ञविनाशिनी |
दक्षयज्ञनाशकर्त्री दक्षयज्ञान्तकारिणी || 184 ||
दक्षप्रसूतिर्दक्षेज्या दक्षवंशैकपावनी |
दक्षात्मज दक्षसूनूर्दक्षजा दक्षजातिका || 185 ||
दक्षजन्मा दक्षजनुर्दक्षदेहसमुद्भवा |
दक्षजनिर्दक्षयागध्वंसिनी दक्षकन्यका || 186 ||
दक्षिणाचारनिरता दक्षिणाचारतुष्टिदा |
दक्षिणाचारसंसिद्धा दक्षिणाचारभाविता || 187 ||
दक्षिणाचारसुखिनी दक्षिणाचारसाधिता |
दक्षिणाचारमॊक्षाप्तिर्दक्षिणाचारवन्दिता || 188 ||
दक्षिणाचारशरणा दक्षिणाचारहर्षिता |
द्वारपालप्रिया द्वारवासिनी द्वारसंस्थिता || 189 ||
द्वाररूपा द्वारसंस्था द्वारदेशनिवासिनी |
द्वारकरी द्वारधात्री दॊषमात्रविवर्जिता || 19ओ
||
दॊषाकरा दॊषहरा दॊषराशिविनाशिनी |
दॊषाकरविभूषाढ्या दॊषाकरकपलिनी || 191 ||
दॊषाकरसहस्त्राभा दॊषाकरसमानना |
दॊषाकरमुखी दिव्या दॊषाकरकराग्रजा || 192 ||
दॊषाकरसमज्यॊतिर्दॊषाकरसुशीतला |
दॊषाकरश्रेणी दॊषसदृशापाङ्गवीक्षणा || 193 ||
दॊषाकरेष्टदेवी च दॊषाकरनिषेविता |
दॊषाकरप्राणरूपा दॊषाकरमरीचिका || 194 ||
दॊषाकरॊल्लसद्भाला दॊषाकरसुहर्षिणी |
दॊषकरशिरॊभूषा दॊषकरवधूप्रिया || 195 ||
दॊषाकरवधूप्राणा दॊषाकरवधूमता |
दॊषाकरवधूप्रीता दॊषाकरवधूरपि || 196 ||
दॊषापूज्या तथा दॊषापूजिता दॊषहारिणी |
दॊषाजापमहानन्दा दॊषाजपपरायणा || 197 ||
दॊषापुरश्चाररता दॊषापूजकपुत्रिणी |
दॊषापूजकवात्सल्यकरिणी जगदम्बिका || 198 ||
दॊषापूजकवैरिघ्नी दॊषापूजकविघ्नह्रत् |
दॊषापूजकसन्तुष्टा दॊषापूजकमुक्तिदा || 199 ||
दमप्रसूनसम्पूज्या दमपुष्पप्रिया सदा |
दुर्यॊधनप्रपूज्या च दुःशसनसमर्चिता || 2ओओ
||
दण्डपाणिप्रिया दण्डपाणिमाता दयानिधिः |
दण्डपाणिसमाराध्या दण्डपाणिप्रपूजिता || 2ओ1 ||
दण्डपाणिगृहासक्ता दण्डपाणिप्रियंवदा |
दण्डपाणिप्रियतमा दण्डपाणिमनॊहरा || 2ओ2 ||
दण्डपाणिह्रतप्राणा दण्डपाणिसुसिद्धिदा |
दण्डपाणिपरामृष्टा दण्डपाणिप्रहर्षिता || 2ओ3 ||
दण्डपाणिविघ्नहरा दण्डपाणिशिरॊधृता |
दण्डपाणिप्राप्तचर्या दण्डपाण्युन्मुखि सदा || 2ओ4 ||
दण्डपाणिप्राप्तपदा दण्डपाणिवरॊन्मुखी |
दण्डहस्ता दण्डपाणिर्द्ण्डबाहुर्दरान्तकृत् || 2ओ5 ||
दण्डदॊष्का दण्डकरा दण्डचित्तकृतास्पदा |
दण्डिविद्या दण्डिमाता दण्डिखण्डकनाशिनी || 2ओ6 ||
दण्डिप्रिया दण्डिपूज्या दण्डिसन्तॊषदायिनी |
दस्युपूज्या दस्युरता दस्युद्रविणदायिनी || 2ओ7 ||
दस्युवर्गकृतार्हा च दस्युवर्गविनाशिनी |
दस्युनिर्णाशिनी दस्युकुलनिर्णाशिनी तथा || 2ओ8 ||
दस्युप्रियकरी दस्युनृत्यदर्शनतत्परा |
दुष्टदण्डकरी दुष्टवर्गविद्राविणी तथा || 2ओ9 ||
दुष्टवर्गनिग्रहार्हा दूशकप्राणनाशिनी |
दूषकॊत्तापजननी दूषकारिष्टकारिणी || 21ओ
||
दूषकद्वेषणकरी दाहिका दहनात्मिका |
दारुकारिनिहन्त्री च दारुकेश्वरपूजिता || 211 ||
दारुकेश्वरमाता च दारुकेश्वरवन्दिता |
दर्भहस्ता दर्भयुता दर्भकर्मविवर्जिता || 212 ||
दर्भमयी दर्भतनुर्दर्भसर्वस्वरूपिणी |
दर्भकर्माचाररता दर्भहस्तकृतार्हणा || 213 ||
दर्भानुकूला दाम्भर्या दर्वीपात्रानुदामिनी |
दमघॊषप्रपूज्या च दमघॊषवरप्रदा || 214 ||
दमघॊषसमाराध्या दावाग्निरूपिणी तथा |
दावाग्निरूपा दावाग्निनिर्णाशितमहाबला || 215 ||
दन्तदंष्ट्रासुरकला दन्तचर्चितहस्तिका |
दन्तदंष्ट्रस्यन्दन च दन्तनिर्णाशितासुरा || 216 ||
दधिपूज्या दधिप्रीता दधीचिवरदायिनी |
दधीचीष्टदेवता च दधीचिमॊक्षदायिनी || 217 ||
दधीचिदैन्यहन्त्री च दधीचिदरदारिणी |
दधीचिभक्तिसुखिनी दधीचिमुनिसेविता || 218 ||
दधीचिज्ञानदात्री च दधीचिगुणदायिनी |
दधीचिकुलसम्भूषा दधीचिभुक्तिमुक्तिदा || 219 ||
दधीचिकुलदेवी च दधीचिकुलदेवता |
दधीचिकुलगम्या च दधीचिकुलपूजिता || 220 ||
दधीचिसुखदात्री च दधीचिदैन्यहारिणी |
दधीचिदुःखहन्त्री च दधीचिकुलसुन्दरी || 221 ||
दधीचिकुलसम्भूता दधीचिकुलपालिनी |
दधीचिदानगम्या च दधीचिदानमानिनी || 222 ||
दधीचिदानसन्तुष्टा दधीचिदानदेवता |
दधीचिजयसम्प्रीता दधीचिजपमानसा || 223 ||
दधीचिजपपूजाढ्या दधीचिजपमालिका |
दधीचिजपसन्तुष्टा दधीचिजपतॊषिणी || 224 ||
दधीचितपसाराध्या दधीचिशुभदायिनी |
दूर्वा दूर्वादलश्यामा दुर्वादलसमद्युतिः || 225 ||
फलश्रुति
नाम्नां सहस्त्रं दुर्गाया दादीनामिति कीर्तितम्
|
यः पठेत् साधकाधीशः सर्वसिद्धिर्लभत्तु सः || 226 ||
प्रातर्मध्याह्नकाले च सन्ध्यायां नियतः शुचिः |
तथाऽर्धरात्रसमये स महेश इवापरः || 227 ||
शक्तियुक्तॊ महारात्रौ महावीरः प्रपूजयेत् |
महादेवीं मकाराद्यैः पञ्चभिर्द्रव्यसत्तमैः || 228 ||
यः सम्पठेत् स्तुतिमिमां स च सिद्धिस्वरूपधृक् |
देवालये श्मशाने च गङ्गातीरे निजे गृहे || 229 ||
वाराङ्गनागृहे चैव श्रीगुरॊः संनिधावपि |
पर्वते प्रान्तरे घॊरे स्तॊत्रमेतत् सदा पठेत् || 230 ||
दुर्गानामसहस्त्रं हि दुर्गां पश्यति चक्षुषा |
शतावर्तनमेतस्य पुरश्चरणमुच्यते || 231 ||
|| इति
कुलार्णवतन्त्रॊक्तं दकारादि श्रीदुर्गासहस्रनामस्तॊत्रं सम्पूर्णम् ||
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